Hello friends , आज हम इस पोस्ट में what is peripheral device in hindi के बारे में पड़ेंगे ,और इसके types के बारे में विस्तार से जानेगे तो चलिए शुरू करते है

PERRIPHERAL DEVICE IN HINDI
DEFINATION :- PERIPHERAL DEVICE एक कंप्यूटर डिवाइस होती है जेसे :- KEYBORD OR SCANNER ये कंप्यूटर का हिस्सा नहीं होती है ये कंप्यूटर की सहायक डिवाइस होती है
एक पेरिफेरल डिवाइस कंप्यूटर के लिए इनपुट /आउटपुट (I/O )कार्य प्रदान करता है और इनमे COMPUTING करनें की क्षमता नहीं होती है कंप्यूटिंग की क्षमता ना होने के बावजूद भी ये कंप्यूटर के सहायक उपकरण के रूप में कार्य करता है PERIPHERAL DEVICE कई I/O इंटरफ़ेस के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़ते है जेसे COMMUNICATION (COM),UNIVERSAL BUS USB OR SERIAL PORT
TYPES OF PERIPHERAL DEVICE IN HINDI
यह निम्नलिखित दो प्रकार के होते है
1.. BASED ON INSALLATION ()स्थापना के आधार पर )
2. BASED ON FUCTION (फंक्शन के आधार पर )
- BASED ON INSTALLATION
यह निम्नलिखित दो प्रकार के होते है
- INTERNAL PERIPHERAL DEVICE
ये पेरिफेरल डिवाइस जो आंतरिक रूप से कंप्यूटर सिस्टम में स्थापत या जुड़े होते है आंतरिक पेरिफेरल डिवाइस कहलाते है
उदाहरण :- सी ड़ी / डी डी वी रोम आदि
2. EXTERNAL PERIHERAL DEVICE
वे पेरिफेरल डिवाइस जो बाहरी रूप से कंप्यूटर सिस्टम में स्थापित या जुड़े होते है बहरी पेरिफेरल डिवाइस कहलाते है
2. BASED ON FUCTION
यह निम्न तिन प्रकार के होते है
- INPUT PERIPHERAL DEVICE
जिन पेरिफेरल डिवाइस का उपयोग कम्पुटर प्रणाली में डेटा डाटा को सेंड करने के लिए किया जाता है उनहे इनपुट पेरिफेरल डिवाइस कहा जाता है
उदाहरण :-
की बोर्ड :- यह एक इनपुट डिवाइस है और उपयोगकर्ता के लिए कंप्यूटर के साथ संवाद करने का सबसे बुनियादी तरीका है आम तौर पर मानक (STANDARD) की बोर्ड में 104 KEYS होती है इसका उपयोग शॉर्टकट के लिए किया जाता है जो डोस कमांड में मदद करता है
MOUSE :- इसका उपयोग स्क्रीन पर कर्सर या पॉइंटर को नियंत्रित करने और कंप्यूटर को कमांड देने के लिए किया जाता है यह जटिल की बोर्ड कमांड को याद किये बिना ओपरेशन को बनाये रखने की अनुमति देता है एक रोलर माउस की एक गेंद होती है जिसे डेस्क टॉप पर माउस के रूप में घुमाया जाता है इसका उपयोग एक पॉइंटर के रूप में किया जाता है इसके द्वारा हम मेनू कमांड को सेलेक्ट करना आइकॉन को मूव करना विंडोज को आकार देना प्रोग्राम शुरू करना और विकल्प चुनने जेसे FUCTION को आसानी से कर सकते है
JOYSTICK :- यह कारो के स्टिक शिफ्ट जेसा दीखता है यह स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट को नियत्रित करता है जोस्टिक एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग कंप्यूटर डिवाइस में CURSOR OR POINTER की गति को नियत्रित करने के लिए किया जाता है इस INPUT DEVICE का उपयोग जयादातर गम्मिंग और कभी कभी ग्राफ़िक के कार्यो में किया जाता है
DIGITAL CAMERA :- यह इमेज को कैप्चर करने और इमेज फाइल के रूप में कंप्यूटर में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है छोटे आकार के डिजिटल कैमरे छोटी मात्रा में विडियो कैप्चर कर सकते है
WEB CAMERA :- एक वेब कैमरा एक विडियो कैमरा है जो कंप्यूटर या कंप्यूटर नेटवर्क पर अपनी छवि को दिखता है इसके लिए सबसे लोकप्रिय उपयोग विडियो लिंक की स्थपना है जो कंप्यूटर को एक विडियो फ़ोन या विडियो कॉन्फ्रेस स्टेशन के रूप में कार्य करने की अनुमति देता है
MICROPHONE :- इसका उपयोग AUIDO INPUT डिवाइस के रूप में किया जाता है माइक्रोफोन का कार्य कंप्यूटर में VOICE को दर्ज करना है
B. OUTPUT PERIPHERAL DEVICE
वे पेरिफेरल डिवाइस जिनका उपयोग कंप्यूटर सिस्टम से डेटा प्राप्त करने के लिए किया जाता है उन्हें आउटपुट पेरिफेरल कहा जाता है
उदाहरण :- MINITOR:- यह सबसे आम कंप्यूटर आउटपुट डिवाइस है यह उपयोगकर्ताओ को इनफार्मेशन को देखने के लिए एक डिस्प्ले बनता है इसे हम VISUAL DISPLAY UNIT भी बोलते है इमेज की अच्छी QUALITY PIXEL पर निर्भर करती है
PRINTERS :- प्रिंटर एक एक्सटर्नल हार्डवेयर आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर या अन्य डिवाइस पर स्टोर हुए इलेक्ट्रॉनिक डेटा को लेता है और इसकी एक हार्ड कॉपी तेयार करता है उदाहरन के लिए यदि आपने अपने कंप्यूटर पर एक रिपोर्ट बनाई है तो आप उसे बहार निकालने के लिए कई प्रतिया प्रिंट कर सकते हैप्रिंटर सबसे लोकप्रिय कंप्यूटर EXTERNAL DEVICE में से एक है और आमतौर पर इसका उपयोग TEXT और PHOTO को प्रिंट करने के लिए किया जाता है
LASER: – यह महंगा है और जयादातर माध्यम से बड़े सगठन में उपयोग किया जाता है
INK -JET:- आमतौर पर छोटे व्यवसायों में प्रयोग किया जाता है
DOT MATRIX:- इसका प्रयोग अधिकांश बड़े संगठनो में प्रिंटिंग और डाटा के बड़े संस्करण की रिपोर्ट को प्रिंट करने के लिए किया जाता है
PROJECTOR: – एक मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर एक COMPACT, HIGH RESOLUTION OR FULL COLOR प्रोजेक्ट होता है जो , VIDEO OR AUDIO को प्रस्तुत करने में सक्षम है
SPEAKER: – यह एक तरह का ध्वनी उपकरण होता है जो की गाने रिकॉर्डिंग आदि में काम आता है यह लैपटॉप एमपी 3 PLAYER आदि में भी इस्तेमाल होते है आजकल तो स्पीकर ब्लुथुथ और USB की मदद से भी चलाने में काम में आते है
HEDSET: – यह स्पीकर और माइक्रोफोन का एक संयोजक है यह जयादातर GAMERS द्वारा उपयोग किया जाता है और VIP SOFTWARE का उपयोग करके इन्टरनेट पर परिवार और दोस्स्तो के साथ संवाद करने के लिए भी बहुत साधन है
3. STORAGE PERIPHERAL DEVICE: –वह परिफेरल जो कंप्यूटर द्वारा दिए गए डाटा को संग्रहित करने के लिए किया जाता है इन्हें स्टोरेज पेरीफेरल डिवाइस कहा जाता है
HARD DRIVE: –इसके अंदर हम कंप्यूटर के OPERATING SYSTEM AND APPLICATION के साथ साथ PERSONAL FILES को भी STORE कर सकते है जिनमे फोटोग्राफी ,दस्तावेज़ संगीत शामिल है प्रत्येक कंप्यूटर हाई ड्राइव होती है
दो प्रकार की हाई ड्राइव
- HDD – HARD DISC DRIVE
- DOLID STATE DRIVE
SDD (SOLID STATE DRIVE): – SSD के विचारो को 1978 मे शुरू किया गया था और अर्धचालको के साथ लागू किया गया था यह लगातार बिजली की आपूर्ति नहीं होने पर भी डेटा को स्टोर करता है SSD की गति HDD की तुलना में बहुत अधिक है क्योंकि यह उच्च IOPS (I.O PER SECOND पर डाटा रीड व्रिठे करता है
HDD (HARD DISC DRIVE): –HDD को OBM ने1956 में तेयार किया था और यह एक पुराणी तकनीक है यह READ WRITE ELECTROMECHANICAL DEVICE है जो अपने पार्ट्स को मूव करके काम करता है और डेटा MAGNETIC ROTATING PLATES पर स्टोर करता है फिर भी यह बेहतर डेटा स्टोरेज तकनीक है
FLASH DRIVE: – एक फ़्लैश ड्राइव एक छोटा अल्ट्रा पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस है जो OPTICAL DRIVE या TRADITIONAL HARD DRIVE के विपरीत होता है
फ़्लैश ड्राइव एक यूएसबी टाइप इ प्लग के माध्यम से कंप्यूटर और अन्य उपकरणों से कनेक्ट करता है फ़्लैश ड्राइव को हम USB DEVICE OR CABLE के द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट कर सकते है
INPUT /OUTPUT DEVICES
इनपुट आउटपुट डिवाइस का प्रयोग इनपुट और OUPUT दोनों कार्यो के लिए किया जाता है जबकि इनका उपयोग स्टोरेज के रूप में भी किया जाता है कंप्यूटर डेटा को ड्राइव में पहुचता है जहाँ इसे ट्रांस्मिस्त किया जाता है और बाद में एक्सिस किया जाता है
पेरीफेरल डिवाइस के फायदे
JOYSTICK :- उपयोग करने के लिए सीखना आसान है
REMOTE CONTROL:- प्रत्येक फंक्शन का अपना बटन हो सकता है जो उन्हें उपयोग करने के लिए बहुत सरल बनता है
DIGITAL CAMERA :- किसी भी फिल्म की आवश्यकता नहीं है और UNWANTED IMAGE को सीधे हटा दिया जा सजता है
HEADPHONE :- उपयोग में आसानी और रखने में भी आसान
STORAGE DEVICE :- डेटा तक पहुचने के लिए बहुत तेज और खरीदने के लिए सस्ता
पेरिफेरल डिवाइस के नुकसान
सरल जॉय स्टिक में दिशायें सिमित है
REMOTE CONTROL का उपयोग उस उपकरण के आलावा किसी एनी चीज़ को नियत्रित करने के लिए नही किया जा सकता है जिसके लिए वे डिजाईन किये गए थे
DEGITAL CAMERA में खिंची गयी फोटो का साइज़ अधिक होता है इसलिए इमेजेज को अक्सर COMPRESSED करना पड़ता है
स्टोरेज डिवाइस अगर फ़ैल हो जाता है तो सहेजा गयाडाटा डिलीट हो जाता है





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